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Sexual Home Remedies: Best Sexologist Doctor in Patna, Bihar | Dr. Sunil Dubey

पुरुषों के गुप्त व यौन रोगों के कारण, लक्षण और रामबाण आयुर्वेदिक चिकित्सा व उपचार:

युवावस्था या जवानी में जिस सुख की लत लग जाती है, उसके परिणामस्वरूप पुरुषों में गुप्त रोग और बुरी आदतें विकसित हो जाती हैं। अधिकांश गुप्त व यौन रोग 14 से 18 वर्ष की आयु में शुरू होते हैं। अनैतिक लोगों के संपर्क में आने वाले, अश्लील बातें करने वाले, रोचक शब्दों में यौन-सुख का विस्तार से वर्णन करने वाले, मासूम बच्चों को अपने पास बैठाकर इस सुख का अनुभव कराने वाले लोग जिम्मेदार कारक होते है। परिणामस्वरूप, विवाह होने पर वह पुरुष स्त्री से सही से यौन क्रिया भी नहीं कर पाता है। उसके पनीले में साधारण उत्तेजना होती भी है, तो स्त्री के संपर्क में आते ही पानी जैसा क्ष्राव छोड़ जाता है और व हताश होकर अपने पनीले को बाहर निकाल लेता है। इसके बाद वह इस यौन सम्बन्ध में काफी प्रयास करता है, किन्तु वह न तो खुद यौन सुख का आनन्द पाता है और न ही अपने साथी को सुख दे पाता है।

 

कई बार तो लोग शर्म के मारे आत्महत्या तक की कोशिश करते हैं जो उनके निराशावाद को दर्शाता है। ऐसे रोगियों का पाचन तंत्र, मस्तिष्क, शुक्र नलिकाएं, श्वसन नलिकाएं आदि सभी खराब हो जाती हैं। लेकिन ऐसी बीमारियों से पीड़ित लोगों को घबराना नहीं चाहिए क्योंकि हर बीमारी का कोई न कोई इलाज व समाधान अवश्य होता है। यहां हम आपको कुछ घरेलू उपाय भी बताएंगे, जिनका इस्तेमाल करने के बाद काफी हद तक आप अपने गुप्त व यौन बीमारियों से छुटकारा पा सकते है। लेकिन अगर समस्या बढ़ जाती है और घरेलू उपायों से फायदा नहीं हो रहा है तो किसी यौन रोग विशेषज्ञ (सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर) से जरूर संपर्क करें (बिल्कुल भी शर्म न करें)…

 

स्वप्नदोष को कैसे ठीक करें:

स्वप्नदोष को रात्रि स्खलन के नाम से भी जाना जाता है। स्वप्नदोष एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जो कि व्यक्ति को रात में अपने यौन स्वप्न के दौरान वीर्यपात या वीर्य स्खलन हो जाता है। वैसे यह प्रकिया पुरुषों में अधिक होती है परन्तु यह समस्या कुछ स्त्रियों में भी पाया जाता है जिसमें उनकी वैजिनल चिपचिपी और गीली हो जाती है। विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य जो कि पटना के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर भी है, कहते है कि रात्रि स्खलन कि यह समस्या ज्यादातर युवा पुरुषो में देखी जाती है। स्वप्नदोष ज्यादातर उन पुरुषों को होता है जो वास्तविक यौन सुख से वंचित रह जाते हैं और लंबे समय तक यौन क्रिया के बारे में सोचते रहते हैं। कभी-कभी स्वप्नदोष नुकसान की बात नहीं होती है लेकिन कुछ युवा पुरुषों में यह अत्यधिक हो जाता है जिसके कारण उनके स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है और वे दिन-प्रतिदिन दुबले व कमजोर होते जाते हैं।

 

ऐसे लोगों को इलाज की जरूरत होती है। वैसे तो बाजार में कई तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर कोई खास फायदा नहीं करती साथ-ही-साथ उनके कई साइड-इफेक्ट्स भी होते हैं। लेकिन आप आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों व रस-रसायन का इस्तेमाल करके आसानी से इसका इलाज कर सकते हैं।

 

स्वप्नदोष से छुटकारा पाने के लिए आप निम्नलिखित घरेलू उपचार आजमा सकते हैं, आपको निश्चित रूप से लाभ होगा

·         रोजाना आंवले का मुरब्बा खाएं और ऊपर से गाजर का जूस पिएं।

·         तुलसी की जड़ का एक टुकड़ा पीसकर पानी के साथ पिएं। इससे लाभ होता है। अगर जड़ न मिले तो बीज के 2 चम्मच शाम को लें।

·         लहसुन की दो कलियां पीसकर निगल लें। कुछ देर बाद गाजर का जूस पीएं।

·         आधा चम्मच मुलेठी का चूर्ण और एक चम्मच आक की छाल का चूर्ण दूध के साथ लें।

·         रात को सोते समय 10-12 काली तुलसी के पत्ते पानी के साथ लें।

·         रात को एक लीटर पानी में त्रिफला चूर्ण भिगो दें, सुबह उसे मसलकर बारीक कपड़े से छानकर पी लें।

·         2 चम्मच अदरक का रस, 3 चम्मच प्याज का रस, 2 चम्मच शहद, 2 चम्मच गाय का घी मिलाकर सेवन करने से न केवल स्वप्नदोष ठीक होगा बल्कि पुरुष शक्ति भी बढ़ेगी।

·         नीम के पत्तों को रोजाना चबाने और खाने से स्वप्नदोष पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।

 

ऊपर जो भी उपाय आप अपनाएं उसका लगातार 6 महीने तक प्रयोग करें जिससे आपको लाभ अवश्य मिलेगा। अगर आप बीच में दवा लेना बंद कर देंगे तो आपको उतना लाभ नहीं मिलेगा।

 

वीर्य पतला होने के कारण और घरेलू उपचार…

आजकल बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका वीर्य पतला हो गया है, लेकिन चिंता न करें, इसका इलाज घरेलू स्तर पर भी संभव है। आइये सबसे पहले जानते हैं कि वीर्य पतला होने के क्या कारण हैं और इसका घरेलू उपाय क्या है। डॉ. सुनील दुबे, बिहार के सर्वश्रेठ सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर में से एक है जो दुबे क्लिनिक में प्रैक्टिस करते है और सभी प्रकार के गुप्त व यौन रोगियों का इलाज करते है। उन्होंने अपने आयुर्वेदा व सेक्सोलोजी मेडिकल साइंस में बहुत सारे आयुर्वेदिक चिकित्सा-उपचार की सफलतापूर्वक खोज की है। आज के समय में, भारत के कोने-कोने से गुप्त व यौन रोगी उनके मार्गदर्शन में अपना इलाज करवाते है और स्वस्थ्य यौन जीवन पाते है।

 

वीर्य पतला होने के कारण…

बुरी संगत में पड़ना, वेश्याओं के पास जाना, अत्यधिक संभोग करना, हस्तमैथुन की आदत का शिकार हो जाना आदि कारणों से वीर्य पतला हो जाता है। वीर्य का पतला होना वास्तव में इस बात का प्रतीक है कि व्यक्ति का वीर्य दुर्बल और कमजोर हो गया है। कामुक विचारों और अश्लील साहित्य को पढ़ने से उत्पन्न अत्यधिक उत्तेजना के कारण वीर्यपात हो जाता है। यदि यह स्थिति लगातार बनी रहे तो वीर्य पतला हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप, अन्य कई गुप्त व यौन रोग के होने की संभावना प्रबल हो जाती है।

 

वीर्य पतला होने के लक्षण…

वीर्य का मुख्य कार्य प्रजनन करना है। अगर वीर्य पतला और कमजोर हो जाए तो नपुंसकता के लक्षण दिखने लगते हैं और प्रजनन में बाधा आती है। इसके अलावा शीघ्रपतन जैसी समस्या भी होती है, इसलिए इसका इलाज करना जरूरी है।

 

शीघ्रपतन के लिए कारगर घरेलू उपचार.

शीघ्रपतन कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति की मानसिकता या आदत का नतीजा है। संभोग के दौरान दूसरे साथी के स्खलन से पहले ही स्खलन हो जाना शीघ्रपतन कहलाता है। यानी महिला के संतुष्ट होने से पहले पुरुष का स्खलित हो जाना शीघ्रपतन कहलाता है। वास्तव में, आयुर्वेद चिकित्सा-उपचार में इस गुप्त रोग का इलाज संभव है और रोगी इसमें सुधार कर सकता है।

 

कारण…

शीघ्रपतन का मुख्य कारण पुरुष का रवैया या आदत है। इसके अलावा अगर व्यक्ति को हस्तमैथुन की लत है तो वह भी शीघ्रपतन से ग्रसित हो जाता है। हस्तमैथुन करने वाला व्यक्ति कामी, अधीर, और जल्दबाज़ हो जाता है। इसलिए वह संभोग के दौरान धैर्य नहीं रख पाता और उसका स्खलन जल्दी हो जाता है। कामवासना के बारे में सोचने से भी व्यक्ति शीघ्रपतन का शिकार हो जाता है। थकान और कमजोरी और किसी बीमारी से ग्रसित होने या आत्मविश्वास की कमी के कारण भी शीघ्रपतन होता है।

 

लक्षण…

यदि कोई शीघ्रपतन का शिकार है, तो संभोग के दौरान स्खलन जल्दी हो जाता है और महिला संतुष्ट नहीं हो पाती है।

 

घरेलू उपचार…

·         जामुन: शीघ्रपतन को रोकने के लिए जामुन की गुठली को बारीक पीसकर चूर्ण बना लें और 2.5 ग्राम सुबह-शाम दूध के साथ लें। एक महीने तक लगातार ऐसा करने से यह रोग नियंत्रण में आ जाता है।

·         इमली: शीघ्रपतन से पीड़ित पुरुषों के लिए इमली के बीज बहुत उपयोगी साबित हुए हैं। इमली के बीजों को 4-5 दिन तक पानी में भिगोकर रखें, गुठली निकालकर चूर्ण बना लें। इसमें बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर दूध के साथ सेवन करें। इससे यौन शक्ति बढ़ती है और वीर्य स्तंभन होता है।

·         खजूर: रोजाना दो खजूर खाने से शीघ्रपतन की समस्या नियंत्रित होने लगती है।

·         ईसबगोल: ईसबगोल, खसखस ​​का शर्बत और मिश्री को 5-5 ग्राम पानी में मिलाकर पीने से शीघ्रपतन ठीक हो जाता है।

·         अदरक: आठ माशा सफेद प्याज का रस, छह माशा अदरक का रस, चार माशा शहद और तीन माशा शुद्ध घी मिलाकर दो महीने तक नियमित सेवन करने से शीघ्रपतन रुक जाता है।

·         आम: आम की कलियों को छाया में सुखाकर, पीसकर छान लें और इस मिश्रण को ढाई-ढाई ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करें। इससे शीघ्रपतन रुक जाएगा और यौन शक्ति बढ़ेगी।

·         आंवला: आंवले का सेवन बहुत लाभकारी है। प्रतिदिन एक आंवले का मुरब्बा खाएं…

 

किसी भी गुप्त व यौन का जड़ से समाधान के लिए दुबे क्लिनिक से संपर्क करे।

 

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दुबे क्लिनिक

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